नीमच। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि जिले के सिंगोली क्षेत्र के ग्राम बांणदा के मृत आदिवासी युवक कन्हैयालाल भील के पुत्र का लालन-पालन अब सरकार करेगी। साथ ही मृतक के दोनों भाइयों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास व दो-दो लाख की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि 26 अगस्त को बांणदा निवासी कन्हैयालाल भील की वाहन के पीछे बांधकर घसीटकर हत्या कर दी गई थी। साथ ही आरोपितों द्वारा इसका वीडियो बनाकर इंटरनेट पर भी वायरल किया गया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने आठ आरोपितों खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया। हालांकि घटना के बाद सरकार के प्रतिनिधि के रूप में प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर, मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, सासंद सुधीर गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने बांणदा पहुंच मृतक के स्वजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिया था। लेकिन बार-बार विभिन्ना संगठनों व विपक्ष द्वारा मृतक के पक्ष में आवाज उठाकर प्रदर्शन किया जा रहा था। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने मृतक आदिवासी कन्हैयालाल भील के पुत्र दुर्गाशंकर के नाम आठ लाख रुपए की सहायता स्वीकृत करते हुए बच्चे के लालन पालन और पढ़ाई की समस्त जिम्मेदारी सरकार ने अपने उपर लेने की घोषणा की थी।
ज्ञात हो कि 26 अगस्त को अथवाकलां फंटे पर आरोपित छीतरमल गुर्जन द्वारा जानबूझकर आदिवासी युवक कान्हा उर्फ कन्हैयालाल भील को मोटरसाइकिल से टक्कर मार दी। इसके बाद मौके पर अपने साथियों को बुलाया और आदिवासी युवक कान्हा पर चोरी का आरोप लगाते हुए मारपीट कर पिकअप वाहन के पीछे बांध का घसीटा। इससे युवक की मौत हो गई। आरोपितों द्वारा घटना का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर भी पोस्ट किया।
घटना के वीडियो वायरल के बाद पुलिस प्रशासन ने आठ आरोपितों के खिलाफ 304, 302 व एक्ट्रोसिटी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया। साथ ही आठों ही आरोपित 23 वर्षीय छीतरमल पुत्र जयराम गुर्जर निवासी ग्राम पाटन सिंगोली, 40 वर्षीय महेंद्र पुत्र रामचंद्र गुर्जर निवासी जेतलिया, 40 वर्षीय गोपाल पुत्र लालू गुर्जर निवासी पाटन, 21 वर्षीय लोकेश पुत्र नारायण निवासी सिंगोली, लक्ष्मण पुत्र जयराम गुर्जर निवासी ग्राम पाटन व अमरचंद पुत्र गोपी गुर्जर निवासी जेतलिया, सत्तू उर्फ सत्यनारायण पुत्र काशीराम गुर्जर निवासी पाटन व धीरज को गिरफ्तार कर लिया गया।