ललपनिया। कार्तिक पूर्णिमा को बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत ललपनिया स्थित आदिवासी-संताल समाज की आस्था का बहुप्रसिद्ध स्थल लुगुबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ में 21वां अंतरराष्ट्रीय सरना महाधर्म सम्मेलन कोरोना संक्रमण काल के मद्देनजर लगातार दूसरे वर्ष दो दिवसीय राजकीय पूजन महोत्सव के साथ शुक्रवार को संपन्न हो गया।
अंतिम दिन मुख्य पूजा में पारंपरिक वेशभूषा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सोरेन व बच्चे संग शामिल हुए। बोकारो डीसी कुलदीप चौधरी व एसपी चंदन झा ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। वहीं स्वागत भाषण देते हुए लुगुबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ समिति के अध्यक्ष बबूली सोरेन ने मुख्यमंत्री को चांदी की मुकुट देकर सम्मानित किया।
आराध्य लुगुबुरु के दर्शन-पूजन के बाद संथाली भाषा में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी-संताल समाज ने अपनी सभ्यता-संस्कृति को आज भी जीवंत रखा है, और लुगुबुरु इसका गवाह है। आगे कहा कि जिस तरह से बहुत संघर्षों से झारखंड मिला, ठीक उसी तरह आपको अपना मुख्यमंत्री मिला है। और इसका लाभ लेने के लिए आगे आना चाहिए। समाज के लोग पशुधन व कृषि कार्य को भी मजबूत करें। बीस सालों से दूसरे-दूसरे का राज्य में राज रहा, इसलिए पूरा विकास नहीं हो सका था।
राज्य के 21 साल होने पर आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार के तहत सरकार सीधे तौर पर जनता के पास जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बेरोजगारों को व्यवसाय के लिए सरकार राशि मुहैया करा रही है, साथ ही आधी सब्सिडी भी दे रही है। मुख्यमंत्री ने यहां विभिन्न विभागों में अनुकम्पा के आधार पर नियुक्तियां पत्र के अलावा परिसंपत्तियों का भी वितरण किया। मंत्री चंपई सोरेन भी सपरिवार शामिल हुए। इसके अलावा गोमिया पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, झामुमो बोकारो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, जिला सचिव जय नारायण महतो आदि भी मौजूद थे।