रांची। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए झारखंड सरकार द्वारा नई दिल्ली में आयोजित इन्वेस्टर समिट “इमर्जिंग झारखंड” अपने उद्देश्यों में सफल रहा। दो दिवसीय इन्वेस्टर समिट में औद्योगिक समूहों ने राज्य सरकार के साथ करीब 10 हजार करोड़ के निवेश समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इन करारों के धरातल पर उतरने से राज्य में करीब 1.5 लाख रोजगार का सृजन होगा, जिसमें 35 प्रतिशत लोग अपेक्षाकृत पिछड़े माने जाने वाले अनुसूचित जनजाति और जाति वर्ग के होंगे।
नई दिल्ली में आयोजित इन्वेस्टर समिट के दूसरे दिन शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति में निवेशकों ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इन्वेस्टर समिट में टाटा स्टील ने झारखंड सरकार को अगले तीन वर्ष में तीन हजार करोड़ रुपये के निवेश का भरोसा दिलाया है। वहीं, डालमिया भारत ग्रुप ने 758 करोड़, आधुनिक पावर ने 1900 करोड़ के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किए। सेल (स्टील अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड) ने गुवा माइंस में अगले तीन वर्ष में चार हजार करोड़ तथा प्रेम रबर वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड 50 करोड़ का निवेश करने तथा एक हजार प्रत्यक्ष रोजगार के सृजन की बात कही है।
समिट में राज्य सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया कि अगर निवेशक अपने उद्योग के कुल मानव बल में राज्य के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 35 प्रतिशत हुनरमंद लोगों को रोजगार देंगे तो राज्य सरकार नीति के तहत दिए जा रहे प्रोत्साहन और प्रविधानों के अतिरिक्त भी लाभ हासिल कर सकेंगे। इंवेस्टर समिट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड औद्योगिक एवं निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 का लोकार्पण भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कह कि राज्य सरकार निवेशकों का सहयोग लेकर आगे बढ़ना चाहती है। अपेक्षा है कि आप राज्य के प्रचुर संसाधनों का उपयोग करते हुए झारखंड को विकास की ओर ले जाने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार ने कदम बढ़ा दिया है। ये कदम अब थमेंगे नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में माइंस और मिनरल के इर्द-गिर्द बातें सोची गई। ये तो पूर्व की तरह कार्य करती रहेंगी। इसके अतिरिक्त टूरिज्म, एजुकेशन, रिन्यूबल एनर्जी, फूड प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल, फार्मा, टेक्सटाइल के क्षेत्र में भी काम हो रहा है। रिन्यूबल एनर्जी में हम बड़ा प्रोजेक्ट ले कर आ रहे हैं। झारखंड में देश का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट स्थापित होने जा रहा है, जो बहुत जल्द बड़े पैमाने पर बिजली का उत्पादन करेगा। हमारी सरकार राज्य में रोजगार सृजन करने के लिए, उद्योग का मार्ग प्रशस्त करने जा रही है। हमारा प्रयास झारखंड को अग्रणी राज्यों में ले जाने का है।