Culture
आदिवासी और प्रकृति पर्यायवाची हैं। आदिवासी समाज को यह भली भाँति पता है कि जब तक प्रकृति का सानिध्य है, उनका अस्तित्व बना हुआ...
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रांची। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रांची द्वारा टाटा स्टील फाउंडेशन के सहयोग से, आगामी 26-27 अगस्त को दो दिवसीय आदिवासी सम्मेलन एवं आदिवासी फिल्म...
पूरे विश्व में लगभग 37 करोड़ आदिवासी हैं। 13 सितम्बर 2007 को विश्व भर के आदिवासियों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन था। इसी...
नॉर्वे विश्वविद्यालय के मित्र सह ‘द पोलिटिकल लाइफ ऑफ़ मेमोरी’ के लेखक राहुल रंजन ने अपनी पुस्तक के भूमिका में लिखा है कि आदिवासियों...
प्राचीन काल में जब प्रकृति अपने कुदरती अवस्था में थी तब परिवारों के एक झुंड ने कुदरती प्रकृति में परिवर्तन कर के जंगल की...
आदिवासी और प्रकृति पर्यायवाची हैं। आदिवासी समाज को यह भली भाँति पता है कि जब तक प्रकृति का सानिध्य है, उनका अस्तित्व बना हुआ...
जब मैं कहता हूँ कि ‘क्यों’ तो यहाँ दो दृष्टिकोण हैं। पहला कि आदिवासी युवा सफल व्यवसायी क्यों नहीं बन सकता है- जिसके पीछे...
मेरे आलेख से आदिवासी समुदाय के ही अनेक लोग असहज हैं। उन्हें लगता है कि आदिवासी समुदाय बहुत ही समृद्ध है और जितनी कमियाँ...
अनेक मंच और विश्व पटल पर जब भी किसी आदिवासी समाज की बात होती है तो अमूमन एक जंगल में निवास करने वाला और...
ओड़िशा में डोंगरिया कोंध आदिवासी समुदाय में आदिवासी मोटिफ के साथ शॉल की बुनाई और कढ़ाई करना एक पुरानी प्रथा रही है। सालों पुरानी...
जब भी आदिवासी समाज की महिलाओं की बात होती है तो विश्व के अनेक मानवशास्त्री समानाधिकार-वादी विचारधारा वाले आदिवासी समाज को अपने कृतियों में...