देवघर। वैसे तो झारखंड सरकार के बारे में यह आम छवि है कि वह ट्विटर पर ना सिर्फ जन-समस्याओं को सुनती है, बल्कि उनका समाधान भी करती है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व मंत्री चंपई सोरेन समेत कई मंत्री, विधायक तथा अधिकारी जन-समस्याओं को संजीदगी के साथ सुलझाते हैं। इसी कड़ी में आज, आदिवासी कल्याण व परिवहन मंत्री चंपई सोरेन के ट्वीट पर, देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने वेल्लोर में इलाजरत देवघर के एक बच्चे प्रवीण पंडित के इलाज के लिए पाँच लाख रुपए स्वीकृत किए।
दरअसल 15 नवम्बर को मंत्री चंपई सोरेन को एक ट्वीट मिला था, जिसमें देवघर जिले के चित्रा गाँव के रहने वाले 15 वर्षीय छात्र को ब्लड कैंसर होने की बात बताई गई थी। मंत्री ने उस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए डीसी देवघर को लिखा – “सरकारी प्रावधानों अथवा आयुष्मान भारत के तहत इनके इलाज की उचित व्यवस्था करें। अगर जरूरी हो, तो मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत भी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जा सकती है।”
@DCDeoghar सरकारी प्रावधानों अथवा आयुष्मान भारत के तहत इनके इलाज की उचित व्यवस्था करें। अगर जरूरी हो, तो मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत भी चिकित्सा सुविधा उप्लब्ध करवाई जा सकती है। https://t.co/niuUQb8VnN
— Champai Soren (@ChampaiSoren) November 16, 2021
उसके बाद, देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने इस विषय में जिले के सिविल सर्जन को सहायता करने का निर्देश दिया था। उसी ट्वीट पर, आज उपायुक्त ने मंत्री चंपई सोरेन को बताया कि सीएमसी वेल्लोर में इलाजरत उक्त बच्चे के इलाज हेतु मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत पाँच लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
माननीय महोदय, मामले की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए सरकारी प्रावधानों के तहत 500000 (पांच लाख) रुपये की राशि इलाज हेतु पारित की जा चुकी है। https://t.co/4gXsQKgWNb pic.twitter.com/QPCoDugcoq
— DC Deoghar (@DCDeoghar) December 6, 2021
उपायुक्त द्वारा यह जानकारी दिए जाने के बाद, मंत्री ने बाकायदा उन्हें धन्यवाद दिया तथा बच्चे के शीघ्र स्वस्थ होकर घर लौटने की उम्मीद जताई। यह खबर मिलने के बाद, मरीज के परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है, और सबने मंत्री चंपई सोरेन तथा देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री का धन्यवाद दिया है।
ज्ञात हो कि मंत्री चंपई सोरेन राज्य भर में ट्विटर पर लोगों की सहायता के लिए जाने जाते हैं, और उनके द्वारा रोज कई लोगों की सहायता की जाती है। दूसरी ओर, देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को जमीन से जुड़ कर काम करने वाला एक कर्मठ अधिकारी माना जाता है, जो आम लोगों के मुद्दों पर खासे सक्रिय रहते हैं। हाल में ही, उन्होंने देवघर में थर्मोकोल के पत्तल पर प्रतिबंध लगाकर, पत्तों से बने दोने/ पत्तल के इस्तेमाल पर जोर दिया था, जो ना सिर्फ पर्यावरण के अनुरूप है, बल्कि उस से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलने लगा।