रांची। लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा ने बंगाल में चल रहे हिंसा के दौर में आदिवासियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस बाबत जानकारी दी है और आदिवासियों को संकट से निजात दिलाने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती की मांग की है।
कड़िया मुंडा ने लिखा है कि दलित और आदिवासी समुदाय के लोगों को बंगाल की हिंसा से निजात दिलाने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती जरूरी है। उन्होंने इन मामलों में सुनवाई के लिए विशेष न्यायालयों के गठन की मांग की है। ये न्यायालय बंगाल से बाहर बिहार या असम के सीमावर्ती जिलों में गठित किए जाएं। कड़िया मुंडा ने लिखा है कि हिंसा में जिनके मकान जला या नष्ट कर दिए जा रहे हैं, उन्हें विशेष अभियान चलाकर तय सीमा के भीतर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिए जाएं।
उन्होंने कहा कि जिनकी संपत्ति हिंसा में नष्ट की गई है, उनकी क्षति के आकलन के लिए केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, रामकृष्ण मिशन, विवेकानंद केंद्र, राष्ट्रीय महिला आयोग या दूसरी किसी सक्षम एजेंसी को अधिकृत किया जाए। कड़िया मुंडा ने पत्र की प्रति पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के चेयरमैन को भी भेजी है।