छिंदवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर बुधवार को छिंदवाड़ा एवं बैतूल जिले के आदिवासी विधायकों ने भोपाल पहुंचकर पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की है। प्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदेश के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके ने बताया कि विधायकों ने देवास जिले के नेमावर में आदिवासी परिवार की सामूहिक हत्या के दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है। मामले की सी.बी.आइ. से जांच कराने की मांग के साथ ही पीडि़त परिवार के आश्रितों को मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की बात कही। छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा के पूर्व विधायक मनमोहनशा बट्टी की मौत भोपाल के चिरायु अस्पताल में कोरोना से हो गई थी।
तामिया विकासखण्ड के मलालढ़ाना में पुलिस ने आदिवासी परिवार के विवाह कार्यक्रम में पहुंचकर मारपीट की और आदिवासियों पर ही प्रकरण दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। इस प्रकरण की भी निष्पक्ष जांच कर दोषी पुलिस अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई कर आदिवासियों को न्याय दिलाने की मांग रखी। ज्ञापन सौंपते समय जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके, बैतूल जिले के भैंसदेही विधायक धर्मुसिंह, शहपुरा विधायक भूपेंद्र सिंह, घोड़ाडोंगरी विधायक ब्रम्हा भलावी, पांढुर्ना विधायक नीलेश उइके एवं सामाजिक कार्यकर्ता रमेश उइके शामिल थे।