जमशेदपुर। पद्मश्री छुटनी महतो को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। पिछले दिनों, स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों के बाद, आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन की पहल पर, सरायकेला- खरसावां जिला प्रशासन द्वारा उन्हें टाटा मेन हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।
अस्पताल से छुट्टी मिलते वक्त, गम्हरिया की प्रखंड विकास पदाधिकारी मारुति मिंज उन्हें लेने आईं थीं। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने पद्मश्री छुटनी महतो को आराम करने की सलाह दी है। इस बीच, उन्हें फिजियोथेरेपी की भी जरूरत पड़ेगी। डॉक्टरों ने उन्हें जरूरी दवाईयां दी हैं, और फिलहाल, जिला प्रशासन की टीम उनके परिवार के संपर्क में रहेगी।
अस्पताल से बाहर निकलते समय पद्मश्री छुटनी महतो ने इलाज की समुचित व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया – “मेरी तबियत खराब होने की सूचना मिलने पर बीडीओ मुझ से मिलने आईं। मैं यहाँ इलाज के लिए नहीं आना चाहती थी, लेकिन डीसी साहेब और बीडीओ मैडम के अनुरोध पर यहाँ आई। मुझे नया जीवन मिला है जिसे समाज की सेवा में समर्पित कर दूंगी।”
उनके स्वस्थ होने की खबर मिलने पर मंत्री चंपई सोरेन ने खुशी जताई। उन्होंने कहा कि डायन प्रथा के खिलाफ संघर्ष करने वाली पद्मश्री छुटनी महतो जी सभी समाजसेवियों के लिए एक प्रेरणा हैं।
ज्ञात हो कि चेहरे पर पैरालिसिस (पक्षाघात) के लक्षण दिखने के बाद, पिछले हफ्ते छुटनी देवी को जिला प्रशासन द्वारा कोल्हान के सबसे बड़े निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।