नवसारी। मोटर साइकिल चोरी के शक में गुजरात के नवसारी जिले के चिखली थाने में हिरासत में लाए गए दो युवक बुधवार सुबह थाने में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए। ये युवक डांग के आदिवासी क्षेत्र से थे। इनकी मौत के बाद से आदिवासी समुदाय में आक्रोश है। गुस्साए परिजनों ने प्रदर्शन किया और पुलिस की थ्योरी को गलत बताया।
पुलिस के मुताबिक, मोटरसाइकिल चोरी के मामले में संदिग्ध दो युवकों ने कथित तौर पर चिखली पुलिस स्टेशन के कंप्यूटर कक्ष में कंप्यूटर के तार से खुद को लटका लिया। उनके शव बुधवार सुबह पुलिस को मिले। वहीं, पीड़ित के परिवारों ने शव लेने से इनकार कर दिया और मामले में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए फॉरेंसिक जांच की मांग की। बुधवार दोपहर आदिवासी समुदाय के दर्जनों लोगों ने विरोध में चिखली थाने को घेर लिया और पुलिस की थ्योरी को नकार दिया।
आधिकारिक तौर पर नहीं हुई थी गिरफ्तारी
दोनों मृतकों की पहचान डांग के वाघई तालुका के डोडीपाड़ा गांव के निवासी सुनील पवार (19) और डांग के वाघई तालुका के रवि जादव (19) के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार, दोनों को नवसारी पुलिस ने मंगलवार शाम को उनके डांग स्थित आवास से हिरासत में लिया और कथित तौर पर एक मोटरसाइकिल चोरी के मामले की जांच के लिए चिखली पुलिस स्टेशन लाया गया।
नवसारी के डिप्टी एसपी एसजी राणा ने कहा, “दोनों युवक मोटरसाइकिल चोरी के मामले में संदिग्ध थे, इसलिए दोनों को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार नहीं किया गया था। पूछताछ के लिए उन्हें पुलिस स्टेशन लाया गया था। दोनों को मंगलवार रात थाने के कंप्यूटर कक्ष में रखा गया था और सुबह करीब साढ़े आठ बजे जब कमरा खोला गया तो कंप्यूटर केबल से उनके शव लटके मिले। अभी, न्यायिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पूछताछ की प्रक्रिया जारी है और जल्द ही शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया जाएगा।”
परिजनों ने दिया पुलिस से अलग बयान
इस बीच, सुनील के चाचा कमलेश ने कहा, “सुनील को मंगलवार शाम उसके घर से उठाया गया था और रवि पिछले दो दिनों से ही पुलिस हिरासत में था। हम मांग करते हैं कि डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा पोस्टमॉर्टम किया जाए और फिर मामले में फोरेंसिक जांच भी की जाए।”
दो पीड़ितों के शव कंप्यूटर कक्ष में पाए जाने के तुरंत बाद, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। बाद में प्रदर्शन कर रहे परिवार के सदस्यों और नवसारी कांग्रेस विधायक अनंत पटेल और पुलिस के बीच बैठक हुई।
द इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक पटेल ने कहा, “परिवार के सदस्यों ने दोनों युवकों के शवों को लेने से इनकार कर दिया था। हमने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और वे इस बात पर सहमत हुए कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा शव का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।”