हजारीबाग। उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा कि आदिवासी समाज की अलग रीति रिवाज और परंपरा से ही पहचान है। वह गुरुवार को बरही प्रखंड के खोड़ाहर पंचायत के जतरा टांड स्थित आदिवासी जतरा मेला में बतौर मुख्य अतिथि सभा को संबोधित कर रही थीं। उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा कि जतरा मेला अपनी पारंपरिक संस्कृति को जीवंत रखने का एक वृहत माध्यम है।
जतरा मेला में पड़ने वाली इस जमीन को वन विभाग से एनओसी दिलाने का प्रयास किया जाएगा। सड़क चौड़ीकरण का कार्य और अन्य सड़क का निर्माण भी जल्द कराया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में आदिवासी समुदाय के लोगों ने मुख्य अतिथि उपायुक्त नैंसी सहाय को स्टेच्यू ऑफ बिरसा मुंडा की प्रतिमा भेंटकर मांदर की थाप के साथ सम्मानित किया। इसके अलावा सभी अतिथियों को तीर धनुष देकर सम्मानित किया।
विदित हो कि बरही में गुरुवार को सरना समिति की ओर से जतरा मेला आयोजन किया गया। यहां 1950 से आदिवासी जतरा मेला आयोजित किया जा रहा है। मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मेयर रौशनी तिर्की भी शामिल हुईं। बरही एसडीओ पूनम कुजुर, प्रशिक्षु आईएएस शताब्दी मजूमदार, प्रमुख मनोज रजक, बरही बीडीओ क्रिस्टीना रिचा इंदवार, सांसद प्रतिनिधि गणेश यादव, अर्जुन साव, जिला परिषद सदस्या मंजू देवी, मुखिया अनिता देवी, सेवानिवृत्त रेंजर सह समिति के संरक्षक दिलीप एक्का भी मंचासीन थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मगदली बाड़ा ने की एवं संचालन कृष्णा तिर्की ने किया।