रांची। आज झारखंड विधानसभा मे 1932 के खतियान को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर किया हमला, कहा- अगर भाजपा 1932 की समर्थक है, तो कोर्ट कचहरी क्यों करती है? रमेश हांसदा कौन है जिसके साथ 20 बाहरी लोग कोर्ट गए?
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज विधानसभा में 1932 और 60-40 को लेकर भाजपा पर जमकर हमला किया। उन्होंने भाजपा के विधायकों से पूछा कि आप 60-40 के समर्थक है या 1932 के? इसपर भाजपा विधायकों ने दम भरते हुए कहा कि 1932 के समर्थक है।
फिर सीएम हेमंत सोरेन ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा कि अगर आप 1932 के समर्थक है तो हर बार कोर्ट कचहरी क्यों करते है? सीएम ने बीजेपी के चाल चरित्र उजागर करते हुए कहा कि रमेश हांसदा कौन है? जिसके साथ यूपी-बिहार के 20 लोग नियोजन नीति के खिलाफ कोर्ट गए थे?
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग अपनी सरकार के दौरान 50-50 के फॉर्मूले पर नियुक्ति करते थे, वो भी आज 60-40 के विरोध में झंडा लिए हुए हैं। सीएम ने कहा कि भाजपा वाले अगर इतने ही 1932 के समर्थक है तो 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति के लिए जब राज्यपाल से मुलाकात का समय आया, तो उस सर्वदलीय बैठक में बीजेपी के नेता न्योता दिए जाने के बाद भी क्यों नहीं गए?
सीएम ने पूछा कि अगर आप 1932 के इतने समर्थक है तो कोर्ट जाने के बजाय केंद्र सरकार और राज्यपाल के पास क्यों नहीं गए, जिससे 1932 को संवैधानिक संरक्षण मिल जाता।
विपक्ष को कटघरे में खड़ा करते हुये सीएम ने कहा कि आज कुछ लोग खुद को कुर्ता फाड़कर राम भक्त बता रहे है। मुझे हैरानी हुई कि इन्ही लोगों ने आज तक राजधानी रांची के तपोवन मंदिर तक का जीर्णोद्धार नहीं होने दिया। हमें जैसे ही पता चला कि तपोवन मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य अटका हुआ है, हमने तुरंत उसके सौंदर्यीकरण और पुनर्निर्माण कार्य को शुरू करा दिया।