इम्फाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मिजोरम की राजधानी आइजोल में कुकी समुदाय के समर्थन में निकाली गई रैली पर नाराजगी जताई है। इसमें मिजोरम के सीएम जोरमथांगा ने भी हिस्सा लिया था। बीरेन सिंह ने कहा कि जोरमथांगा को दूसरे राज्य के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
सीएम सिंह ने कहा- “यह राज्य सरकार की ड्रग कार्टेल के खिलाफ लड़ाई है। मणिपुर सरकार राज्य में रहने वाले कुकी समुदाय के खिलाफ नहीं है।” दावा है कि आइजोल की रैली में 50 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।
बीरेन सिंह ने बताया कि “राज्य सरकार मणिपुर में होने वाली सभी घटनाओं पर नजर रख रही है। उन लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन ले रही है, जो मणिपुर की अखंडता को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।”
मणिपुर को पेन किलर नहीं स्थाई समाधान की जरूरत: सीएम जोरमथांगा
वहीं दूसरी ओर, मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा कि मणिपुर के लिए स्थाई राजनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को सख्त एक्शन लेने को कहा। वह बोले कि अब तक जो किया गया है वह काफी नहीं है।
जोरमथांगा ने कहा, “केंद्र सरकार ने अब तक साफ नहीं किया है कि पूरे मुद्दे में वह किस तरफ है। केंद्र को राजनीतिक समाधान निकालना चाहिए। यहां अस्थाई पेन किलर से काम नहीं चलेगा।”
सीएम जोरमथांगा ने दावा किया कि अब तक मणिपुर में जो स्थिति बिगड़ी है उसके लिए पूरी तरह से राज्य की सरकार ही जिम्मेदार है।
हिंसा के बाद से 13 हजार कुकी मिजोरम पहुंचे
हिंसा की वजह से मणिपुर से कुकी-जोमी समुदाय के करीब 13 हजार लोगों ने पलायन कर पड़ोसी राज्य मिजोरम में शरण ली है।