रांची: आदिवासी-सरना धर्म कोड को शामिल करने को लेकर हलचल एक बार फिर तेज हो गयी है। इसको लेकर रविवार को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ। जिसमें झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश के आदिवासी प्रमुख शामिल हुए. राष्ट्रीय आदिवासी धर्म समन्वय समिति एवं सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
इस दौरान कहा गया कि जो राज्य अब तक राज्य विधानसभा में प्रस्ताव नहीं भेजे हैं, वे जल्द से जल्द ये करें। कार्यक्रम में देश के आदिवासी लोगों से अपील की गई है कि वे धर्मकोड की मांग को लेकर संगठित रहें। आदिवासी जन परिषद के अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि हम लोगों को देश के कोने-कोने में धर्मकोड लागू करने हेतु जनता के बीच जाकर जन अभियान चलाना होगा। कार्यक्रम में चेतराम राज, मेघलाल मुंडा, उमेश लोहरा, रामदेव लोहरा सहित कई शामिल हुए। (News11)