उदयपुर। डिपार्टमेंट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी एंड डिजाइनिंग, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय एवं कार्यालय विकास आयुक्त, हस्तशिल्प, भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में आदिवासी महिलाओं को सिलाई मशीन एवं टूल किट वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन प्रो. सी. आर. सुथार, अधिष्ठाता, कला महाविद्यालय ने दिया। श्रीमान रजत वर्मा, सहायक निदेशक, कार्यालय विकास आयुक्त, हस्तशिल्प ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं वस्त्र मंत्रालय साथ मिलकर आदिवासी क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं एवं रोजगार के अच्छे अवसर प्रदान करेंगे, जो कि उनकी आर्थिक उन्नति में सहायक होंगे। उन्होंने आर्टीजन कार्ड, विभिन्न सरकारी योजनाओं से कार्यक्रम में उपस्थित आदिवासी महिलाओं को अवगत कराया। कार्यालय विकास आयुक्त, हस्तशिल्प, भारत विकास मंत्रालय पूर्व में भी 200 मशीनें एवं टूल किट का 8 जिलों में वितरण कर चुका है व आगे भी ऐसे कार्यक्रम करता रहेगा।
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविधालय वस्त्र मंत्रालय के साथ कला एवं उद्यमिता के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा, जनजातीय क्षेत्रों में वितरित उत्तम श्रेणी की सिलाई मशीनों से परिवारों को मिलेगा आर्थिक सम्बल – प्रो अमेरिका सिंह।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि – कुलपति, प्रो. अमेरिका सिंह ने विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित आदिवासी मिलाप योजना के बारे में बताया और कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य आदिवासी क्षेत्रों में स्थानीय कलाओं को प्रमोट करके लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है। विश्वविधालय का फैशन टेक्नोलॉजी एवं डिजाइनिंग विभाग रूसा के सहयोग से स्थापित लैब में आधुनिक औद्योगिक मशीनों पर शहरी, ग्रामीण एवं आदिवासी लोगों को ट्रेनिंग देने का कार्य करेगा।
विश्वविद्यालय के सभी विभाग गांव गोद लेकर उनके विकास हेतु कार्यरत है। कुलपति ने इस अवसर पर ‘मानवता दिवस’ की शुभकामना देते हुए मशीनों का उपयोग कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में उपस्थित आदिवासी मिलाप योजना की समन्वयक ने कहा कि मशीनों के समुचित उपयोग से आदिवासी महिलाओं के जीवन में उजाला आएगा। कार्यक्रम में 50 महिलाओं को सिलाई मशीन एवं टूल किट वितरित किए गए। झाडोल, वलनिया, खेरवा, डोडावली, देवास, धार, गोरडा आदि गांव से आई महिलाओं ने कार्यक्रम में भाग लिया। डॉ. ममता कावड़िया ने संचालन किया, डॉ. डोली मोगरा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि – प्रो. अमेरिका सिंह, कुलपति, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि – प्रो. सी. आर. सुथार, अधिष्ठाता, कला महाविद्यालय, प्रो. सुधा चौधरी, समन्वयक आदिवासी मिलाप योजना, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, डॉ. मीनाक्षी जैन, डॉ. डोली मोगरा, श्री रजत वर्मा, सहायक निदेशक, कार्यालय विकास आयुक्त, हस्तशिल्प उपस्थित थे।