जयपुर। भाजपा में चल रही गुटबाजी के बीच कई नेता इन दिनों अपनी सियासी जमीन मजबूत करते नजर आ रहे हैं। राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी इन दिनों इसी काम में जुटे हैं। पार्टी के धरने-प्रदर्शनों से दूर रहकर मीणा इन दिनों कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरते दिख रहे हैं। पिछले दो-तीन महीनों में मीणा ने विभिन्न मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन कर सरकार को चेताया है। हालांकि उन्होंने पार्टी को सर्वोपरि बताया।
लंबे समय तक भाजपा में लौटे मीणा को पार्टी ने राज्यसभा से सांसद बनाया। इसके बाद मीणा अपने पुराने अंदाज में विरोध—प्रदर्शन कर ताकत दिखा रहे हैं। खास बात यह है कि ये विरोध—प्रदर्शन पार्टी के बैनर तले नहीं बल्कि खुद मीणा के दमखम पर हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों में पार्टी का कोई दूसरा नेता नजर भी नहीं आ रहा है। इस दौरान यह सवाल भी उठ रहा है आखिर वो पार्टी से अलग-थलग इस तरह के प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं।
ये प्रदर्शन करते दिखे मीणा
– दो जून को सवाई माधोपुर में हुई हत्या के विरोध में कलेक्ट्रेट पर विरोध—प्रदर्शन
– 19 जून कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चों को सहायता देने के लिए मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना
– 28 जून को कम्प्यूटर शिक्षकों की मांग को लेकर आवाज बुलंद की
– 1 जुलाई को महिलाओं के साथ बढ़ते अत्याचार को लेकर कमिश्नरेट पहुंचे, आईबी को भनक तक नहीं लग पाई
– 2 जुलाई को लालसोट पुलिस थाने के बाहर दिया धरना
– 7 जुलाई को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन को कई मामलों को लेकर ज्ञापन सौंपा
– 8 जुलाई को जनजाति क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को लेकर डीजीपी एमएल लाठर से मिलकर दिया ज्ञापन
– 9 जुलाई को जयपुर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की नियमितिकरण की मांग को लेकर टोंक रोड जाम किया
– 11 जुलाई को बिजली निगम की उपभोक्ताओं से लूट और इंटर डिस्कॉम स्थानांतरण नीति विरोध में जवाहर सर्किल पर धरना
– 16 जुलाई को डूंगरपुर में निर्दोष आदिवासियों की गिरफ़्तारी के खिलाफ ज्ञापन।
(साभार: पत्रिका)