गम्हरिया। सिंह दिशोम मांझी परगना महाल की बैठक में धर्म एवं संस्कृति के विकास के लिए सरकार के निर्णय का स्वागत किया गया। पदमपुर स्थित आदिवासी कला संस्कृति भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता बड़पीड़ परगना नंद लाल टुडु ने किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासी समाज के विकास का निर्णय लिया है एवं इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है।
इसके लिए राज्य में सभी जाहेरथान का जहां कायाकल्प हो रहा है, वहीं सभी गांवों में मांझी हाउस का निर्माण शुरू किया जा रहा है। प्रखंड के 81 गांवों में मांझी हाउस का निर्माण का निर्णय लिया गया है। इसमें 31 की स्वीकृति मिल गयी है। जबकि 38 की सूची सरकार के पास भेजी गयी है। बैठक में समाज के विकास में प्रत्येक मांझी बाबा की सराहनीय भूमिका की चर्चा की गयी।
आदिवासी कल्याण मंत्री का 24 को नागरिक अभिनन्दन
पीड़ पाराणिक रामदास टुडु ने कहा कि आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने समाज की धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए राज्य के सभी धार्मिक स्थलों के विकास का काम शुरू किया है। कहा कि समाज के विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए मंत्री चम्पई सोरेन का 24 को आदिवासी समाज ने ऐतिहासिक अभिनंदन का निर्णय लिया है। रामचंद्रपुर फुटबाल मैदान में आयोजित इस समारोह में सभी गांवों के मांझी बाबा, देश परगना, पीड़ परगना समेत समाज के सैकड़ों प्रबुद्ध लोग शामिल होंगे।
इस अवसर पर बड़पीड़ गोडैत सोनाराम मार्डी, मांझी बाबा विक्रम मुर्मू, गुलिया बेसरा, बैजनाथ मार्डी, मनसा राम मुर्मू समेत 23 गांवों के मांझी बाबा बैठक में उपस्थित थे।