रांची। सिलागाई के टोंगरी स्थित वीर बुधु भगत के स्मारक में एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाए जाने के विरोध में झारखंड के विभिन्न जिलों में आदिवासी संगठनों के द्वारा चक्का जाम किया गया। इस संबंध में आदिवासी महासभा के संयोजक देव कुमार धान ने कहा कि वीर बुधु भगत के स्मारक स्थल पर एकलव्य आवासीय विद्यालय का निर्माण किए जाने के विरोध में किया गया।
महासभा के अनुसार चक्का जाम कार्यक्रम पूर्ण रूप से सफल रहा तथा रांची के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में तथा एनएच 75 और एनएच 23 में इसका व्यापक असर देखने को मिला। साथ ही लोहरदगा, लातेहार और गुमला जिला में भी चक्का जाम का व्यापक असर हुआ। उन्होंने बताया कि रांची के रातू में आदिवासी अधिकार मंच के अध्यक्ष सुभाष मुंडा, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ प्रवीण उरांव, केंद्रीय सरना समिति रांची के अध्यक्ष अजय तिर्की, बिरसा यंग वेलफेयर क्लब के अध्यक्ष अजीत उराव एवं मार्शल बारला के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया। आदिवासी महासभा के अध्यक्ष नारायण उरांव, महासचिव बुधवा उरांव एवं रजनीश उरांव के नेतृत्व में बीजूपाड़ा में चक्का जाम किया गया, बेड़ो में महतो भगत एवं जितिया उरांव के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया जबकि नगड़ी में विश्राम उरांव, प्रफुल्ल लिंडा, बीरू उरांव,मधुआ कच्छप एवं बिरसा मुंडा के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया। वहीं लोहरदगा, सेन्हा और कुडू में पूर्व मंत्री सघनु भगत के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया लातेहार में दीनु उरांव एवं रामलाल उरांव के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया तथा बालूमाथ में प्रभु दयाल उरांव तथा तेतर उरांव के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया।
धान ने कहा कि इस चक्काजाम के माध्यम से हम सभी आदिवासी समाज के लोग राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि सिलागाई स्थित वीर बुधु भगत के स्मारक स्थल पर एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाए जाने हेतु किए जा रहे निर्माण कार्य को अबिलंब रोका जाए तथा विद्यालय का निर्माण चान्हो प्रखंड के ही किसी अन्य जगह जहां पर गैरमजरूआ जमीन उपलब्ध हो वहां पर किया जाये।
धान ने कहा कि आगामी 3 अक्टूबर को एकलव्य विद्यालय बनाये जाने के विरोध में पुरे झारखण्ड के विभिन्न जिलों से आदिवासी समाज के लोग हजारों की संख्या में पारम्परिक वेशभूषा के साथ सिलागाई स्थित वीर बुधु भगत स्मारक टोंगरी पहुंचेंगे और महान शहीद वीर बुधु भगत की पूजा अर्चना करने के पश्चात वहाँ पर चल रहे विद्यालय निर्माण कार्य का विरोध करेंगे। धान ने कहा कि हम सभी आदिवासी समाज के लोग सरकार से यह मांग करते है कि 52 एकड़ पर फैले वीर बुधु भगत की स्मारक टोंगरी को शहीद वीर बुधु भगत स्मारक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए ताकि अमर शहीद वीर बुधु भगत को सही सम्मान मिल सके और देश दुनिया के लोग उनके बलिदान के बारे में जान सके।