जमशेदपुर। पूर्व सांसद सह आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कहा है कि आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से झारखंड समेत पांच प्रदेशों (झारखंड, बिहार, ओड़िशा, बंगाल, असम) में हेमंत सरकार का पुतला दहन किया जाएगा। इस अभियान को एक से 5 फरवरी तक चलाया जाएगा। सालखन ने कहा कि संताली भाषा राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सबसे बड़ी आदिवासी भाषा है। संताली भाषा को झारखंड सरकार ने अब तक राजभाषा का दर्जा नहीं दिया है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने वादे के बावजूद झारखंडी डोमिसाइल और नियोजन नीति नहीं बनाया है। 24 मार्च 2021 को सीएनटी और एसपीटी एक्ट को लैंड पुल बिल विधानसभा में पास किया गया है। महान शहीद सिदो मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या की जांच की घोषणा करके सीबीआई जांच नहीं कराई गई। सरना धर्म कोड की मान्यता के मामले पर टालमटोल का रवैया सरकार अपना रही है। ट्राईबल एडवाईजरी काउंसिल का गठन भारतीय संविधान के खिलाफ किया है। हेमंत सोरेन सरकार आदिवासी विरोधी है। इसका विरोध झारखंडी जनहित में जरूरी है।