गुमला। 30 जनवरी को प्रभात खबर में एक गरीब परिवार की खबर छपी थी, जिसके अनुसार गुमला के अंबेडकर नगर की रहने वाली गुड़िया देवी ने गरीबी से तंग आकर अपने दो बच्चों को बिहटा (पटना) स्थित एक ईंट भट्ठे को बेच दिया था।
इस खबर को प्रभात खबर के वरिष्ठ पत्रकार दुर्जय पासवान ने मंत्री चंपई सोरेन को ट्विटर पर भेजा। मंत्री ने मामले का संज्ञान लेकर गुमला के उपायुक्त को मामले में हस्तक्षेप कर, गुड़िया देवी के इलाज की व्यवस्था करने तथा बच्चों के मामले में समुचित कार्यवाही करने का निर्देश दिया था।
@DCGumla इस परिवार को समाज कल्याण की अधिकतम योजनाओं से जोड़ें। सरकारी प्रावधानों अथवा आयुष्मान भारत के तहत इनके इलाज की समुचित व्यवस्था करें।@JharkhandPolice @GumlaPolice इस मामले का संज्ञान लेकर, इनसे संपर्क स्थापित करें। जांचोपरांत, इनकी सहमति से, न्यायोचित कार्यवाही करें। https://t.co/KFC5ZI0LZ3
— Champai Soren (@ChampaiSoren) January 31, 2022
मंत्री के निर्देश के बाद उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने सदर एसडीओ रवि आनंद तथा श्रम अधीक्षक एतवारी महतो को दोनों बच्चों की वापसी सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिया। जिसके बाद गुमला पुलिस, जिला प्रशासन एवं राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के प्रयास से बिहटा ईंट भट्ठें से दोनों बच्चों को मुक्त कराया गया।
कल, गुमला वापस लाने के बाद, दोनों बच्चों आकाश कुमार (9 वर्ष) तथा खुशी कुमारी (13 वर्ष) को बाल गृह में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार ने विवशता में अपने दो नाबालिग बच्चों को ईंट भट्ठा भेज दिया था।
जिला प्रशासन ने इन परिवार को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। परिवार ने इस मामले में सहयोग के लिए मंत्री चंपई सोरेन को धन्यवाद दिया है। ज्ञात हो कि चंपई सोरेन झारखंड के सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव रहते हैं, और उनके प्रयासों से हर दिन कई लोगों को सहायता मिलती है।