गुना (मध्य प्रदेश)। स्थानीय बजरंग गढ़ थाना क्षेत्र के डांग देहरी गांव में 9 साल की मासूम आदिवासी बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बच्ची से गांव के ही एक युवक ने गंदा काम किया है। आरोपी ने बच्ची को अकेली पाकर नदी किनारे ले जाकर हैवानियत की। घटना के बाद किसी कदर परिजनों को इस मामले की खबर लगी तो उन्होंने मामला पुलिस में दर्ज कर करवाया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। मंगलवार को रेप के 5 घंटे के भीतर ही पीड़िता के साथ हुई रेप की घटना की शिकायत थाने में दर्ज करवा दी गई थी। लेकिन ना तो तब तक बच्ची का मेडिकल हुआ और ना ही घटना स्थल पर पुलिस पहुंची।
परिजनों ने वरिष्ठ पुलिस अफसरों पर आरोप लगाया है कि वे मौके का मुआयना करने का आश्वासन देते रहे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। फरियादी पिता फोन पर फोन लगाता रहा लेकिन पुलिस अफसर वहां नहीं पहुंचे। दरअसल मामला आदिवासी परिवार से जुड़ा होने की वजह से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बचते नजर आए।
पीड़िता के पिता ने बताया कि मामले का आरोपी गांव का ही युवक है जिसने उनकी बच्ची के साथ इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया है। इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। पीड़िता के पिता का कहना है कि उन्होंने बच्ची के साथ हुए इस घटना को लेकर संबंधित सीएसपी से बात की थी। तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि वे जल्द से जल्द घटनास्थल पर जा रहे हैं। जबकि पीड़िता का पिता स्वयं मौका ए वारदात पर घंटों खड़े थे लेकिन पुलिस ने वहां पहुंचने की जहमत नहीं उठाई।
परिजनों ने इस मामले में पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए है। उनका कहना है कि 9 साल की बच्ची के साथ नदी किनारे दरिंदगी के बाद भी पुलिस फरियादी पिता को लेकर घटनास्थल पर घूमती रही। परिजनों ने इस मामले के दोषी पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। प्रदेश में दुष्कर्म की घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है। प्रदेश में पिछले 4 साल में 26 हजार से ज्यादा रेप के मामले दर्ज हुए हैं।