खरगोन (मध्य प्रदेश)। पुलिस कस्टडी में एक आदिवासी युवक की मौत होने के बाद आक्रोशित आदिवासियों ने मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के बिस्टान थाने में मंगलवार को पथराव कर दिया, जिसमें थाने की सम्पत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है। अचानक हुए हमले में पुलिस के जवान किसी तरह थाने से बाहर आये और भीड को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व झगड़ी घाट पर लूट के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 12 अरोपियो को गिरफ्तार किया था। उसमें से एक एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसके बाद गांव के लोगों में भारी आक्रोश पनपने लगा और मंगलवार सुबह आदिवासी समुदाय के लोगों ने थाने पर हमला कर दिया।
गांव के लोग एकत्र होकर पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। जिस से पुलिस ने समझा कि वे लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन कुछ ही देर भारी भीड़ थाने की ओर बढती चली आई और लोगों ने पथराव शुरु कर दिया। बड़ी संख्या में पहुंचे आदिवासी समाज के महिला-पुरुष ने जमकर उत्पात मचाया। थाने में खरी बोलेरो कार को पलट दिया, तो वहीं मोटर सायकिल तथा कुर्सियों के तिरत वितर कर दिया। इस दौरान, थाने का स्टाफ जान बचाकर बाहर भागा और फिर पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े।
भारी संख्या में लोगो के एकत्र होने और विरोधा प्रदर्शन की जानकारी खरगोन पुलिस मुख्यालय को दिया गया। स्थित बेकाबू होने पर अतिरिक्त पुलिस बल मंगावाया गया। बताया जाता है कि खरगोन से बल आने के बाद स्थिति नियंत्रण में है। बताया जाता है कि इस घटना में पुलिस के कई जवान घायल हुये हैं, जिन्हे इलाज के लिए स्वास्थ्य केंन्द्र ले जाया गया। फिलहाल, वे सभी खतरे के बाहर बताए जा रहे हैं।