रांची। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने विधायक बंधु तिर्की पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि साहेबगंज में पदस्थापित आदिवासी महिला दारोगा रूपा तिर्की की मौत मामले में बंधु तिर्की के चरित्र की पहचान हो गयी है। रूपा के परिजनों को सीबीआइ जांच की मांग छोड़ने के लिए बंधु तिर्की द्वारा प्रलोभन देने का ऑडियो और वीडियो सीबीआइ को प्राप्त हुआ है।
मरांडी के अनुसार, आदिवासी समाज के हितैषी का ढोंग रचनेवाली झामुमो, कांग्रेस का चेहरा राज्य की जनता के सामने दिख गया है। सबको पता लग गया है कि किस प्रकार से आदिवासी समाज की बेटी रूपा तिर्की मामले में राज्य सरकार केस की लीपापोती में लगी हुई थी।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार में शामिल लोग किसी भी हाल में सीबीआइ जांच कराने के पक्षधर नहीं रहे हैं। उन्हें पता था कि सीबीआइ जांच होने से रूपा तिर्की की संदेहास्पद अवस्था में हुई मौत का राज परत दर परत खुलने से उनके लोग फंसेंगे। आदिवासी समाज के साथ इस छलावा के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विधायक बंधु तिर्की को इस प्रकरण के लिए लोग कभी माफ नहीं करेंगे। भाजपा शुरू से ही इस घटना पर सीबीआइ जांच की मांग कर रही थी, बाद में उच्च न्यायालय ने इसकी पुष्टि की।