नई दिल्ली। देवघर की आम जनता के डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने, फिर एक बार, झारखंड को गौरवान्वित किया है। प्रतिष्ठित अखबार दि इंडियन एक्सप्रेस (The Indian Express) द्वारा दिए जाने वाले “Excellence in Governance Awards” की MSME श्रेणी में उन्हें देश का सर्वश्रेष्ठ डीएम/ जिलाधीश चुना गया है।
आज नई दिल्ली में, अखबार द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उन्हें यह अवार्ड केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों दिया गया। ज्ञात हो कि कोरोना की वजह से यह अवार्ड तीन साल बाद आयोजित किए गए थे, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ प्रशासकों को सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष इसमें मुख्यतः उन्हीं जिलाधिकारियों को चुना गया, जिन्होंने कोरोना-काल के दौरान, विभिन्न क्षेत्रों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया।
एमएसएमई (MSME) अर्थात् सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम वर्ग के उद्यमों को प्रोत्साहित करने के लिए, उन्हें यह अवार्ड दिया गया है। ज्ञात हो कि कोरोना काल में जब देवघर में भक्तों का आना लगभग नगण्य हो गया था, तब वहाँ के कामगारों तथा व्यापारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। उस समय इन्होंने क्षेत्र के छोटे व मध्यम व्यापारियों तथा कामगारों की सहायता के लिए “देवघर मार्ट” नामक एक वेब पोर्टल शुरू किया था, जिसके द्वारा पेड़े, हस्तशिल्प से बनी वस्तुओं तथा अन्य चीजों को देश के कोने-कोने में भेजा जाने लगा। बाद में, इसी पोर्टल की मदद से, स्थानीय व्यापारियों को विदेशों से भो ऑर्डर मिलने लगे।
इसके अलावा, उस समय इन्होंने पर्यावरण की रक्षा तथा स्थानीय कामगारों की सहायता के लिए जिले में थर्मोकॉल से बने पत्तल पर बैन लगा दिया था, तथा स्थानीय कामगारों को पत्ते से बनी दोने/ पत्तल के मदद से काम उपलब्ध करवाया था। उस समय, कई बार इन्हें दोने-पत्तल बनाने वाले कामगारों के साथ जमीन पर बैठ कर, उन्हें प्रोत्साहित करते हुए भी देखा गया था।
यह अवार्ड मिलने के बाद हमसे बातचीत में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने इसका श्रेय झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मुख्य सचिव, राज्य सरकार, वरीय अधिकारियों, देवघर के व्यावसायियों, कामगारों, महिला स्वयं-सहायता समूहों, एवं हर उस व्यक्ति को दिया, जो प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से इस अभियान से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा – “जब हमारे प्रयासों से आम लोग लाभान्वित होते हैं, और देवघर के पेड़ा जैसी चीज को अंतरर्राष्ट्रीय पहचान मिल पाती है, तो यह अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसका पूरा श्रेय मुख्यमंत्री जी, मुख्य सचिव तथा सरकार को जाता है। राज्य सरकार के नेतृत्व में, हम सभी आम जनता के जीवन-स्तर को बेहतर बनाने हेतु प्रयासरत हैं, और ऐसे अवार्ड, निश्चित तौर पर, हमें और भी ज्यादा बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देते हैं।”
कौन हैं मंजूनाथ भजंत्री?
झारखंड कैडर के 2011 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री को उनके जमीन से जुड़े स्वभाव की वजह से जाना जाता है। एक गरीब परिवार में जन्म लेने वाले भजंत्री आईआईटी से पढ़ाई करने के बाद सिविल सेवा में आये। प्रदेश की गठबंधन सरकार द्वारा नवम्बर 2020 में उन्हें देवघर का उपायुक्त नियुक्त किया गया।
कभी जमीन पर बैठ कर जनता की शिकायतें सुनने वाले, तो कभी पर्यावरण संरक्षण तथा स्थानीय गरीबों को रोजगार दिलवाने हेतु थर्मोकॉल बैन कर के पत्तों से बने दोने-पत्तल का प्रचार करने वाले मंजूनाथ भजंत्री को देवघर की “आम जनता का डीसी” माना जाता है। जिले के गरीबों, असहायों तथा वंचित तबकों के लिए “सदैव उपलब्ध” भजंत्री को क्षेत्र में जैसा समर्थन मिलता है, वैसा कई राजनेताओं को भी विरले ही मिल पाता है।
पिछले वर्ष, देवघर में हुए रोपवे हादसे के दौरान, इनके प्रबंधन की वजह से दर्जनों जानें बची थीं, जिसके बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाइव टेलिविजन पर, इनकी कार्यशैली को सराहा था।