हैदराबाद। तेलंगाना में आदिवासी किसानों और वन विभाग के बीच काफी समय से खींचतान चल रही है। दरअसल, वन अधिकारी एक बार फिर जमीन खाली कराने के लिए पहुंचे। किसानों ने वन अधिकारियों के पैर में गिरकर जमीन ना छीनने की भीख मांगी। तेलंगाना के कई जिलों में वन विभाग और किसानों के बीच कई बार टकराव हुआ है।
जब वन अधिकारियों ने ‘पोडु’ में जमीन खाली कराने के लिए पहुंचे तो उन्हें आदिवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा। वहीं, महिलाओं ने अधिकारियों के पैर पकड़कर उनसे जमीन वापस न लेने का अनुरोध किया। बता दें कि सरकार ने मेगा हरिता हरम वृक्षारोपण अभियान शुरू किया तो अधिकारी इन भूमि का उपयोग वृक्षारोपण के लिए कर रहे हैं।
इससे पहले महबूबाबाद जिले में गुस्साए ग्रामीणों ने वनकर्मियों पर हमला कर उन्हें भगा दिया। महबूबाबाद जिले के माडा गुडेम गांव में मंगलवार को किसानों के एक समूह ने फोरस्ट रेंजर खरना नाइक पर हमला कर दिया। जिस वक्त उनपर हमला किया गया तब वह वन भूमि पर खेती को रोकने का प्रयास कर रहे थे।
वन अधिकारी बल के साथ वन भूमि पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे। इससे नाराज ग्रामीणों ने उन पर लाठियों और पत्थरों से हमला कर दिया और उन्हें भगा दिया। घटना की जानकारी मिलने पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया और कुछ किसानों को हिरासत में लिया गया।