रांची। झारखंड सरकार के 4 साल पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के लाभुकों को यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के तहत 50 वर्ष की उम्र से ही पेंशन देने तथा युवाओं को फ्री कोचिंग देने की घोषणा की। केंद्र पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों को पैसा मिल रहा है, लेकिन हमें हमारा एक लाख छत्तीस हजार करोड़ नहीं मिलता है।
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के चार साल पूरे होने पर रांची में मोरहाबादी मैदान में राजकीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा 4 साल का सफर बड़ी चुनौती भरा रहा है। सरकार कोरोना और सुखाड़ जैसी कड़ी चुनौतियों से 2 साल तक जूझती रही।
लॉकडाउन में दुनिया थम गई थी। झारखंड जैसे राज्य में ये आपदा गरीबों और मजदूरों के लिए अभिशाप बन कर आया था। कई राज्यों में लोगों को जलाने के लिए लकड़ी कम पड़ गई। ऐसे हालत में भी हमारी सरकार ने राज्य में कोई अफरा-तफरी होने दिया। झारखंड से हमने ऑक्सीजन सप्लाई कर लोगों की जान बचाई। 24 घंटे हम सोते नहीं थे, राज्य को हमने शांतिपूर्वक बचाया, लेकिन कोरोना से हमारे 2 मंत्री शहीद हो गए।
उन्होंने भाजपा पर भी जमकर हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड राज्य लड़कर मिला है, नवजात झारखंड को खड़ा करने के लिए जिन लोगों को बीस साल राज्य मिले, उनके कार्यकाल में किसान भूखों मरने लगे। डबल इंजन की भी सरकार बनाई, लेकिन सब सत्यानाश कर दिया। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपके आशीर्वाद से हम राज्य में हैं। यह सरकार दिल्ली से नहीं, राज्य के हेडक्वार्टर से नहीं बल्कि गांव से चल रही है।
हम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं, क्योंकि गांव को मजबूत किए बिना राज्य सशक्त नहीं बन सकता है। इसी कड़ी में वर्ष 2021, 2022 तथा 2023 में ‘आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत पंचायत- पंचायत में शिविर लगाकर आपकी समस्याओं का समाधान किया गया। उन्हें कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया गया। इस कार्यक्रम को लेकर राज्य की जनता का जिस तरह का उत्साह देखने को मिला, वैसे में अब हर वर्ष पंचायत में शिविर लगाए जाएंगे। अधिकारी आपके घर पहुंचेंगे और आपकी समस्याओं का समाधान करेंगे। इस दौरान नई-नई योजनाओं को लेकर हम आपके बीच आएंगे।
20 वर्ष बनाम 4 वर्ष का अंतर बताया
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने 11 लाख राशन कार्ड अमान्य कर दिए थे। सरकार ने 20 लाख हरा राशन कार्ड जारी कर उन्हें बाजार भाव पर अनाज खरीद कर मुफ्त देने का काम कर रही है। अब राशन कार्डधारियों को दाल भी दिया जाएगा। इसके अलावा पिछले 20 वर्षों में 8 लाख लोगों को ही पेंशन मिल रहा था। हमने 4 वर्षों में राज्य के सभी योग्य पात्रों को पेंशन योजना से जोड़ने का काम किया है। पिछले 20 सालों में मात्र आठ लाख किसानों को ही किसान क्रेडिट कार्ड मिला था। 4 साल में ही 20 लाख किसान क्रेडिट कार्ड जारी कर दिए हैं और आज भी किसानों को केसीसी से जोड़ने का काम जारी है।
पलायन रोकने के लिए मजदूरों को गांव में रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड से लाखों मजदूर रोजगार के लिए दूसरे राज्यों के लिए पलायन करते हैं। इसकी जानकारी तब हुई जब कोरोना महामारी के दौरान हमारी सरकार ने मजदूरों को वापस अपने घर लाने का सिलसिला प्रारंभ किया। रोजगार के लिए मजदूरों का इस तरह पलायन हमारे लिए काफी चिंता की बात थी। ऐसे में हमने उन योजनाओं पर विशेष जोर दिया, जिसके जरिए इन मजदूरों को अपने गांव घर में ही रोजगार दे सकें। आज इस दिशा में काफी तेजी से काम कर रहे हैं।
बेटियों को बनाएंगे इंजीनियर- डॉक्टर और अफसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बच्चों को बेहतर और गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कड़ी में पहले चरण में 80 स्कूल आफ एक्सीलेंस खोले गए हैं और आने वाले दिनों में इनकी संख्या 5 हज़ार की जाएगी। बच्चियों आर्थिक तंगी की कारण पढ़ाई नहीं छोड़े, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत 40 हज़ार रुपए दिए जा रहे हैं। अब बेटियां सिर्फ डिग्री नहीं लेंगी, बल्कि इंजीनियर डॉक्टर और अफसर भी बनेंगी।
इसके अलावा दसवीं से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों को गुरुजी क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा ताकि वे अपने भविष्य को संवार सके। कल्याण विभाग के सभी छात्रावासों का जीर्णाेद्धार भी किया जा रहा है। अब यहां रहने वाले विद्यार्थी सिर्फ पढ़ाई की चिंता करें, उनके खाने पीने की व्यवस्था भी राज्य सरकार करेगी। इतना ही नहीं, विदेश में उच्च शिक्षा के लिए भी सरकार शत प्रतिशत स्कॉलरशिप दे रही है। वहीं, प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से लेकर विभिन्न कोर्सेस को करने के लिए भी सरकार आर्थिक मदद दे रही है।
नियुक्तियों के खुल गए हैं द्वार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नियुक्तियों के रास्ते खुल चुके हैं। सरकारी विभागों में खाली पड़े हजारों पद भरे जा चुके हैं। वहीं, 45 हजार से ज्यादा पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। जबकि, निजी संस्थानों में भी 50 हज़ार से अधिक युवाओं को ऑफर लेटर दिया जा चुका है। सरकार ने यह भी कानून बनाया है कि झारखंड में जितने भी संस्थान और कंपनियां होंगी उन्हें 75 प्रतिशत नौकरी स्थानियों को देना अनिवार्य होगा।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जो युवा स्वरोजगार करना चाहते हैं, उन्हें मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत पूंजी उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक 12 हज़ार से ज्यादा नौजवान इस योजना का लाभ लेकर खुद का व्यवसाय कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की कोशिश है कि सभी अपने पैरों पर खड़ा हो सके। इसके लिए उन्हें सभी सुविधाएं और सहायताएं दी जाएगी।
सड़कों का बिछ रहा जाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करने की दिशा में तेजी से कम कर रही है क्योंकि इसी के जरिए विकास का दरवाजा खुलता है उन्होंने कहा कि आज 6 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से लगभग 15 हज़ार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण हो रहा है। वहीं, 7 हज़ार करोड़ रुपए से उच्च स्तरीय सड़कें बनाई जा रही हैं।
बिजली ट्रांसमिशन सिस्टम को कर रहे मजबूत
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जनता को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति हो, इसके लिए ग्रिड सब स्टेशन, ट्रांसमिशन और डिसटीब्यूशन सिस्टम को मजबूत कर रहे हैं। इसके अलावे राज्य के कुछ जिले ऐसे हैं, जहां बिजली आपूर्ति के लिए डीवीसी से महंगे घर पर बिजली लेनी पड़ती है लेकिन, अगले डेढ़ वर्षाे में अपनी बिजली व्यवस्था को इतना मजबूत कर लेंगे की डीबीसी पर निर्भरता पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
वर्ष 2025 तक किसी के भरोसे नहीं रहेगा युवा झारखंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा झारखंड के कदम आगे बढ़ रहे हैं। वर्ष 2025 में झारखंड 25 वर्ष का युवा हो जाएगा। हमने यह लक्ष्य रखा है कि अगले दो वर्ष में झारखंड को इतना ताकतवर बनाएंगे कि अपने दम पर यह आगे बढ़ेगा और किसी से मदद लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसमें आप सभी का सहयोग बहुत जरूरी है।
इस कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। इसके अलावा मंच पर ही उद्योग विभाग एवं टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के बीच एमओयू हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के अलावा मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री चम्पई सोरेन, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री बादल पत्रलेख, मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मंत्री बेबी देवी, सांसद विजय हांसदा, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री विनोद पांडेय, झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दीपिका पांडेय सिंह, विधायक राजेश कच्छप, विधायक अनूप सिंह, विधायक जिग्गा सुसरन होरो, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन सहित राज्य के मुख्य सचिव एल० खियांग्ते, डीजीपी अजय कुमार सिंह, राज्य सरकार के कई वरीय अधिकारीगण एवं सभी जिलों से पहुंचे लाभुकगण, नियुक्ति पत्र पाने वाले युवक-युवतियां, स्कूली छात्र-छात्राएं तथा अन्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।