हाल के दिनों में निगेटिव खबरों की वजह से चर्चा में रहे झारखंड के लिए यह हफ्ता उम्मीदों से भरा रहा है। वैसे तो “आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार” जैसे जमीन से जुड़े कार्यक्रमों को पहले भी विशेषज्ञों द्वारा सराहा जाता रहा है, लेकिन इस बार केंद्र सरकार की एजेंसियों और राष्ट्रीय मीडिया ने राज्य सरकार एवं उसके अधिकारियों के कामकाज को देश भर में सर्वश्रेष्ठ बताया है।
केंद्र सरकार के नीति आयोग द्वारा देश भर के 112 आकांक्षी जिलों के डेल्टा रैंकिंग में झारखंड का लोहरदगा पहले स्थान पर पहुंच गया है। इसी हफ्ते जारी की गई नवम्बर 2022 की डेल्टा रैंकिंग में लोहरदगा 53.4 कंपोजिट स्कोर के साथ पहले स्थान पर है। इसके अलावा टॉप-5 में तीन जिले झारखंड से हैं, जिसे एक बड़ी उपलब्धि माना जा सकता है।
Working towards building and achieving a #VikasitBharat! 🇮🇳
Presenting the top 5⃣ #AspirationalDistricts in terms of overall performance for the month of #November 2022.
Congratulations to our #ChampionsOfChange for their noteworthy performance! 👏 pic.twitter.com/W1rhls2LGx
— NITI Aayog (@NITIAayog) January 18, 2023
लोहरदगा के साथ-साथ हजारीबाग (तीसरे स्थान पर) तथा बोकारो (पांचवें स्थान पर) के आगे बढ़ने का यह जज्बा, जमीनी स्तर पर हो रहे बदलावों को रेखांकित करता है। यहाँ यह समझना आवश्यक है कि यह सारे आंकड़े केंद्र सरकार की नीति आयोग द्वारा जारी किए गए हैं।
राज्य के उपायुक्तों को गृहमंत्री से अवार्ड मिला
कल प्रतिष्ठित अखबार “दि इंडियन एक्सप्रेस” ने 19 श्रेणियों में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए देश भर के जिन 18 सर्वश्रेष्ठ उपायुक्तों/ जिलाधीशों को “Excellence in Governance Awards” के लिए चुना, उसमें से 4 अवार्ड झारखंड के तीन आईएएस अधिकारियों के नाम रहे।
एमएसएमई (MSME) के क्षेत्र में देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने अपनी काबलियत का लोहा मनवाया, तो ऊर्जा (Energy) के क्षेत्र में बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने बाजी मारी।
इनके साथ-साथ, जामताड़ा के हर पंचायत में कम्युनिटी लाइब्रेरियों के माध्यम से बदलाव लाने वाले उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज ने समाज कल्याण (Social Welfare) तथा अभिनव योजनाओं (Innovative Schemes) जैसी दो श्रेणियों में अवार्ड अपने नाम किया। यह अवार्ड उन्हें गृह मंत्री अमित शाह के हाथों प्राप्त हुआ।
केंद्र सरकार द्वारा जारी टॉप-5 रैंकिंग में राज्य के तीन जिलों का आना, तथा उसके साथ-साथ प्रदेश में तीन आईएएस अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर, सर्वश्रेष्ठ जिलाधिकारियों को दिये जाने वाले 19 में से चार अवार्ड जीतना, राज्य के बढ़िया गवर्नेंस की गवाही दे रहा है।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि कोरोना-काल से उबरने के बाद, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में, झारखंड प्रगति की राह पर अग्रसर है। इस दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाए जा चुके हैं, जिसके परिणाम जमीनी-स्तर पर स्पष्ट दिखाई देते हैं। इस साल की शुरुआत एक खुशनुमा माहौल में हुई है तथा इसके बाद, कई अन्य उपलब्धियों की उम्मीद की जा सकती है।