सागर। मध्य प्रदेश के सागर के केसली के बसा गांव पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासी महिलाओं के साथ बैठकर नगड़िया बजाई। इस दौरान महिलाएं झूम उठीं। मुख्यमंत्री शिवराज बूथ स्तर की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने चाय पर चर्चा की। वहीं आदिवासी के घर भोजन किया। मुख्यमंत्री शिवराज ने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनीं और उनका निराकरण करने के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बूथ विस्तारक योजना के तहत सागर जिले के केसली पहुंचे थे। यहां वे बसा गांव में लोकगीत गा रहीं आदिवासी महिलाओं के बीच पहुंच गए। महिलाओं के साथ बैठकर ही उन्होंने नगड़िया बजाई। इस पर महिलाएं नाचते हुए नजर आईं। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर लॉक डाउन को लेकर बनी संशय की स्थिति पर कहा कि धंधा पानी चलता रहे, इसलिए लॉकडाउन नहीं लगाया, लेकिन सावधानी बनाए रखें।
दरअसल, रविवार को बूथ क्रमांक 59 पर बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए। उन्होंने बसा पहुंचकर गांव में स्थित दुर्गा मंदिर में माथा टेका और आदवासी ब्रजेश मसकोले के घर भोजन किया। कार्यकर्ताओं से चाय पर चर्चा की। गांव में घूमने भी निकले। इस दौरान आदिवासी महिलाओं से समस्याओं के बारे में पूछताछ की। महिलाओं ने बिजली-पानी जैसी समस्याओं के बारे में जानकारी दी। वहीं इस क्षेत्र में स्व सहायता समूह संचालित करने वाली महिलाओं को 3-3 लाख राशि स्वीकृत की गई है।
संगठन ने तय किया कि मुझे गांव आना है: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संगठन ने मिलकर तय किया है कि बूथ विस्तारक योजना के अंतर्गत मुझे बसा गांव में आना है। बहुत पुराना काम भारतीय जनता पार्टी का यहां पर है। स्व. डॉक्टर परसराम साहू ने यहां कई कार्यकर्ता खड़े किए और उन्हीं ने इस परंपरा को बढ़ाते हुए इस गांव में इस बूथ पर पार्टी के काम को मजबूत रखा।