दुमका। आज दुमका के के.बी. वाटिका हॉल में Mates (मेट्स) और असंगठित कामगारों के साथ SRMI टीम ने बैठक की। बैठक का आयोजन दुमका में सक्रिय Mates ने किया था। ज्ञात हो कि SRMI (Safe and Responsible Migration Initiative) झारखंड सरकार के श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण और कौशल विकास विभाग की एक पहल है जिसके अंतर्गत राज्य के तीन जिलों (दुमका, चाईबासा एवं गुमला) एवं भारत के 2 राज्यों (लद्दाख एवं केरल) में बसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों के कल्याण के लिए काम किया जा रहा है।
दुमका जिले से प्रति वर्ष हजारों की संख्या में मजदूर लेह-लद्दाख के लिए पलायन करते हैं। इनमें से अधिकतर मजदूर सीमा सड़क संगठन (BRO) में काम करने जाते हैं। Mates उन्हीं लोगों का प्रतिनिधित्व करता है जो दुमका एवं संथाल परगना के दूसरे जिलों से असंगठित मजदूर को BRO में काम करने के लिए ले कर जाते है।
इस बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा हुई:
1. BRO एवं Mates के बीच में व्याप्त भ्रष्टाचार, जिसके कारण से झारखंड के मजदूर भाइयों की काम के दौरान किसी दुर्घटना में मौत होने पर भी उनको BRO मुआवजा नहीं देता।
2. असंगठित मजदूरों को कैसे संगठित किया जा सकता है। इसमें SRMI टीम ने बैठक में मौजूद Mates एवं मजदूर भाईयो से पलायन से पहले अपना निबंधन करवाने पर जोर दिया।
3. SRMI टीम ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और झारखंड राज्य के बीच विभागीय स्तर पे बातचीत और पिछले एक साल में SRMI प्रोजेक्ट के कार्यकलापों का वर्णन दिया।
4. बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई कि आगे क्या क्या कदम उठाना है जो मजदूरों के हित में हो और कैसे बिचौलियों को इस से हटाया जाए ताकि मजदूर को उनके द्वारा किए गए मेहनत का सही पारिश्रमिक मिल पाए।
बैठक के अंत में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि SRMI लद्दाख प्रशासन एवं BRO से निवेदन करेगा की BRO दुमका जिले में कैंप लगा कर एवं दुमका जिला प्रशासन से अनुमति लेकर ही मजदूरों को कार्य पर ले जाए। वहाँ मौजूद SRMI टीम ने उपस्थित Mates से यह भी निवेदन किया की अगली बार जब वो मजदूरों को लद्दाख या कही भी राज्य के बाहर काम पर ले जाएँ तो दुमका जिला प्रशासन एवं SRMC केंद्र को पूरी जानकारी दे कर जाएँ।