नीमच (मध्य प्रदेश)। नीमच में कुछ दबंगों ने एक भील आदिवासी युवक को मामूली सी बात पर पीटा। उसके बाद उसे पिकअप से बांधकर 100 मीटर तक घसीटा, जिस से गंभीर हालत में उसकी अस्पताल में मौत हो गई। इस क्रूरता का वीडियो भी सामने आया है।
नीमच के पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने बताया कि 26 अगस्त को सुबह करीब 6 बजे आरोपी छीतरमल गुर्जर ने कान्हा को बाइक से टक्कर मार दी थी। इस दौरान छीतरमल की बाइक पर लदा दूध नीचे गिर गया था। टक्कर लगने पर कान्हा ने पत्थर उठा लिया। इस पर छीतरमल ने अपने रिश्तेदारों को बुला लिया और कान्हा के साथ मारपीट की। इसी दौरान सड़क से एक पिकअप गाड़ी निकली, इसमें रस्सी भी बंधी थी। आरोपियों ने कान्हा के पैर बांधकर पिकअप से उसे 100 मीटर से ज्यादा दूर तक घसीटा।
इंसानियत को झकझोर कर रख देने वाली इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद देश भर की राजनीति में उबाल आ गया है, और बसपा सुप्रीमो मायावती, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत कई नेताओं ने इस आदिवासी युवक को न्याय दिलाने की माँग की है।
पुलिस ने बाइक, कार, पिकअप और रस्सी बरामद की
पुलिस ने इस मामले में छीतरमल (32) पिता जयराम गुर्जर निवासी ग्राम पाटन, महेन्द्र (40) पिता रामचंद्र गुर्जर निवासी घेतलिया, गोपाल (40) पिता लालू गुर्जर निवासी पाटन, लोकेश पिता नारायण बलाई आयात निवासी सिंगोली, लक्ष्मण पिता जयराम गुर्जर निवासी ग्राम पाटन समेत 8 लोगों को आरोपी बनाया है। इनके पास से एक बाइक, कार और पिकअप वाहन और रस्सी बरामद कर ली है। बताया जाता है कि मुख्य आरोपी महेंद्र की पत्नी बाणदा से सरपंच है।
कमलनाथ से शिवराज सरकार को घेरा
इस घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर सवाल उठाया- ये मध्य प्रदेश में क्या हो रहा है?
ये मध्यप्रदेश में हो क्या रहा है…?
अब नीमच ज़िले के सिंगोली में कन्हैयालाल भील नाम के एक आदिवासी व्यक्ति के साथ बर्बरता की बेहद अमानवीय घटना सामने आयी है ?
मृतक को चोरी की शंका पर बुरी तरह से पीटने के बाद उसे एक वाहन से बांधकर निर्दयता से घसीटा गया, जिससे उसकी मौत हो गयी ? pic.twitter.com/96r1zUQBDs
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 28, 2021
प्रशासन ने आरोपियों के घर तोड़े
इस मामले में चौतरफा विरोध झेलने के बाद, पुलिस और प्रशासन सख्त कार्रवाई करने में जुट गया है। अब तक इस मामले में कुल 8 आरोपियों में से 6 की गिरफ्तारी हो चुकी है, और पुलिस ने दो आरोपियों महेंद्र गुर्जर और अमरचंद के मकानों को तोड़ दिया है। इस कार्यवाही के दौरान ज़िले के कलेक्टर स्वयं वहाँ मौजूद थे।