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टुना सबर को मिला नया जीवन

जमशेदपुर। झारखंड सरकार की तत्परता ने टुना सबर को मौत के मुँह से खींच निकाला। 38 दिन पहले जिस टुना सबर को मरणासन्न हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसका सफलतापूर्वक इलाज करते हुए अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

गौरतलब है कि भयावह रूप से चर्म रोग से पीड़ित डुमरिया प्रखंड के दंपाबेड़ा के रहने वाले टुना सबर का मामला सामने आने के बाद मंत्री चंपई सोरेन एवं उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव ने तत्काल संज्ञान में लिया था। उसके बाद उसे उसके गांव से सदर अस्पताल लाया गया।

इस मरीज के इलाज के लेकर प्रशासनिक तत्परता को इसी बात से समझा जा सकता है कि उसके इलाज हेतु आधी रात को उपायुक्त विजया जाधव सदर अस्पताल पहुँची थीं। बाद में भी, कई बार वे अस्पताल जाती रहीं और डॉक्टरों से अपडेट लेती रहीं। एक महीने से ज्यादा चले इलाज के बाद टुना को आज घर भेजा गया तो टुना के चेहरे की चमक नया जीवन मिलने की खुशियां बयां कर रही थी।

उसे अस्पताल ने छुट्टी मिलने के बाद सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी, डुमरिया बीडीओ साधुचरण देवगम एवं एमओ सिद्धेश्वर पासवान उसके गांव तक छोड़ने गए एवं उसे खाद्यान्न तथा अन्य सामग्री दी गई।

टुना सबर के स्वस्थ होने पर खुशी जताते हुए परिवहन एवं आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने उपायुक्त, सिविल सर्जन एवं सदर अस्पताल के सभी चिकित्सकों तथा स्टाफ को बधाई देते हुये टुना सबर के स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन की कामना किया। मंत्री ने कहा कि आदिम जनजातियों के कल्याण हेतु सरकार कृत-संकल्पित है और उनके गाँवों में शिविर लगाकर स्वास्थ्य सुविधाएं तथा सरकारी योजनाओं से उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है।

सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी ने बताया कि जब टुना सबर को अस्पताल में लाया गया था तब हीमोग्लोबिन निम्नतम स्तर पर था तथा वे किसी तरह सिर्फ सांस ले रहे थे। चलने-फिरने में असमर्थ टुना सबर की जान बच जाये इसको लेकर सभी की संवेदना थी। लेकिन टुना की हालत ऐसी थी कि इतनी जल्दी ठीक होने का भरोसा भी किसी को नहीं था, हालांकि इलाज कर रहे चिकित्सकों की टीम ने पहले दिन से ही आश्वस्त किया था कि देर भले हो सकता है लेकिन टुना को बिल्कुल स्वस्थ हालत में घर भेजेंगे। चिकित्सकों के विश्वास एवं जिलेवासियों की दुआ से टुना सबर अब पूरी तरह स्वस्थ है।

मुख्यधारा से दूर रहने वाले सबर जनजाति के उत्थान के प्रति जिले की उपायुक्त विजया जाधव शुरू से संवेदनशील रहीं हैं। टुना को सदर अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उन्होंने लगातार उसके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की। सदर अस्पताल जाकर टुना के स्वास्थ्य में प्रगति की जानकारी लेनी हो या चिकित्सकों से संपर्क में रहकर दिशा-निर्देश देना, उन्होंने टुना के हालात सामान्य होने तक 24×7 इसकी निगरानी की।

टुना सबर को अस्पताल से छुट्टी मिलने पर प्रसन्नता जताते हुए उन्होंने टुना के स्वस्थ व खुशहाल जीवन की शुभकामनायें दी हैं। साथ ही उन्होने सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी के नेतृत्व में टुना का इलाज कर रहे चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों की टीम को बधाई दी है।

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