रांची। झारखंड की सोहराई-कोहबर चित्रकला की धमक अब विदेशों में भी है। दीपावली, सोहराय और शादी-विवाह के मौके पर की जानेवाली झारखंड की इस विशिष्ट चित्रकारी को पिछले साल ज्योग्राफिकल इंडिकेशन (Geographical indication) टैग हासिल हुआ है। इस बार दीपावली पर सोहराय-खोवर पेंटिंग वाली कलाकृतियों की मांग देश-विदेश से हो रही है।
झारखंड के हजारीबाग स्थित सोहराई आर्टिस्टों द्वारा तैयार किए गए इस चित्रकला वाले लैंप की मांग सबसे ज्यादा है। उन्हें जापान, इटली, फ्रांस और देश के कई हिस्सों से इस बार अच्छी संख्या में ऑर्डर मिले हैं। यह खास लैंप तैयार किया है सोहराई आर्टिस्ट जस्टिन, अलका, इवा, एडम की टीम ने, यह सोहराई लैंप नेपाली राइस पेपर से बनाया गया है। लैंप में कोई महत्वपूर्ण टेक्नॉलोजी नहीं है, पर इसमें झारखंडी कला सोहराई की झलक है।
बता दें कि यह पेंटिंग परंपरागत रूप से दीवारों पर की जाती है, लेकिन जीआई टैग हासिल होने के बाद कपड़े और कागज पर भी इसे खूब उकेरा जा रहा है और ये कलाकृतियां बड़ी संख्या में देश-विदेश भेजी जा रही है। (साभार: Zee News)