नई दिल्ली। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ऐतिहासिक जीत से जनजातीय समाज में बेहद उत्साह का माहौल है। द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज से आती हैं और यही कारण है कि उस समाज में द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने की खबर से सब में खुशी देखी जा रही है। भाजपा की ओर से भी इस मौके को पूरी तरह से भुनाने की कोशिश की जा रही है।
आज भाजपा की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि देश का समस्त आदिवासी समाज आज गौरवान्वित महसूस कर रहा है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी की दूरदर्शी सोच के साथ देश लगातार नये और ऐतिहासिक फैसले ले रहा है। उन्होंने कहा कि हम सबके लिए सौभाग्य की बात है कि एक आदिवासी समाज की महिला भारत के राष्ट्रपति पद पर आसीन होने जा रही हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि आजादी के लंबे कालखंड के बाद भारत का जनजातीय समाज नए अवसरों के साथ आगे बढ़ रहा है। यदि हम आजादी के अमृत महोत्सव के इस वर्ष को देखें तो यह हम सभी देशवासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जनजातीय समाज के लिए ऐतिहासिक लक्ष्य और उपलब्धि को प्राप्त करने की एक नई यात्रा प्रारंभ हुई है। उन्होंने कहा कि आज एक आदिवासी समाज की महिला राष्ट्रपति पद पर आसीन होने जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ पिछले 8 वर्षों में जनजातीय परिपेक्ष में कई विकासात्मक कार्य हुए हैं। ये समस्त जनजातीय समाज को उत्साहित करने वाला है। इसके साथ ही अर्जुन मुंडा ने यह भी कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी आहुति देने वाले भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय आदरणीय नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार ने लिया है
भाजपा नेता ने कहा कि 2014 के बाद से मोदी सरकार के फैसलों के माध्यम से आदिवासी समाज के लोगों तक विकासात्मक कार्यक्रमों को पहुंचाया गया है। विशेषकर स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और संवैधानिक प्रावधान के आधार पर कई कार्यक्रम लोगों तक पहुंचाए गए हैं। वहीं, भाजपा एसटी मोर्चा अध्यक्ष समीर उरांव ने कहा कि आजाद भारत में पहली बार एक ऐतिहासिक क्षण आया है, पहली बार ऐसा निर्णय लिया गया और निर्णय के बाद हमारे देश के जनजातीय समाज की बेटी आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी देश के सर्वोच्च स्थान पर पदस्थापित हुई हैं। इस मौके पर भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. हीना गवित ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने जब 2014 में शपथ ली थी तो उन्होंने पहले वाक्य कहा था कि मेरी सरकार गरीब, शोषित, वंचित, पीड़ित, आदिवासियों और दलितों के लिए समर्पित है। यह केवल उन्होंने कहा ही नहीं बल्कि यह करके भी दिखाया है।