भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी युवक के पैर धोना कैमरों के सामने किया जाने वाला महज एक नाटक है और इससे उनके कार्यकाल के दौरान किए गए “पाप” नहीं धुलेंगे।
कमलनाथ ने बृहस्पतिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सीधी जिले में आदिवासी युवक के साथ अमानवीय व्यवहार के लिए यह समुदाय चौहान को कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इस घटना ने मध्यप्रदेश की छवि खराब की है।
इससे पहले दिन में, चौहान ने आदिवासी युवक दशमत रावत को भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर आमंत्रित किया और उसके पैर धोए तथा उसके साथ हुए अपमानजनक प्रकरण पर उनसे माफी भी मांगी। चौहान ने पीड़ित को अपना दोस्त बताते हुए कहा कि वह इस घटना से दुखी हैं।
कमलनाथ ने कहा, “शिवराज जी को लगता है कि आदिवासी समाज उन्हें माफ कर देगा। वे ऐसा कभी नहीं करेंगे क्योंकि वह जानते हैं कि यह किस तरह की घटना थी। ऐसी केवल 10 फीसदी घटनाएं सामने आ पाती हैं।”
उन्होंने कहा, “शिवराज जी जितनी नाटक-नौटंकी कर लें और अपना 18 साल का पाप धोने का प्रयास कर लें। पाप नहीं धुलता। अगर उनकी सच्ची आत्मा होती तो वो कैमरा बुलाकर नहीं दिखाते। उनको मतलब कैमरे से था। कैमरे की नौंटकी इन्होंने 18 साल कर ली है, अब ये चलने वाली नहीं है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना प्रदेश में आदिवासी समाज की दयनीय स्थिति को उजागर करती है। इस समाज की आबादी देश में मध्यप्रदेश में सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा, “प्रदेश में कभी गाड़ी के पीछे बांध के आदिवासी को घसीटा जाता है, तो कहीं जिंदा गाड़ दिया जाता है। यह मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह के शासन के 18 साल बाद की कानून व्यवस्था है।”
उन्होंने कहा, “प्रदेश में यह न्याय है हमारे आदिवासी, कमजोर व दलित समाज के साथ। ये आज पूरा देश, प्रदेश देख रहा है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या आदिवासी युवक को प्रताड़ित करने वाला सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़ा था, कांग्रेस नेता ने कहा कि यह स्पष्ट है और किसी को इस बारे में बताने की कोई जरूरत नहीं है।
आरोपी प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया। घटना का एक वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया।