रांची। विश्व आदिवासी दिवस को लेकर सोमवार को जय आदिवासी केंद्रीय परिषद की बैठक सरना भवन नगड़ा टोली में हुई। सहमति बनी कि विश्व आदिवासी दिवस के दिन शहर में भव्य मोटरसाइकिल रैली निकाली जाएगी। रैली के माध्यम से सभी महापुरुषों और वीरांगना की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उनका सम्मान किया जाएगा।
बैठक में सभी आदिवासी संगठनों से आह्वान किया गया कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस को अधिकार दिवस के रूप में मनाए। साथ ही परंपरागत वेशभूषा, पारंपरिक वाद्ययंत्रों, ढोल, नगाड़ों, ढाक, बांसुरी, शहनाई, तुरी गाजे बाजे, छोटानागपुरी लोकगीत नृत्य राजधानी के चौक, चौराहों, टोला-मोहल्ला को सुशोभित करने का प्रयास करे। परिषद की निरंजना हेरेंज ने कहा कि परिषद सहित अन्य संगठनों की मांग पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले वर्ष इस दिवस को मनाने को लेकर राजकीय अवकाश घोषित कर चुकी हैं।
बैठक में राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद, जय आदिवासी धर्म सेवा केंद्र, राष्ट्रीय आदिवासी इंडीजिनियस धर्म समन्वय समिति भारत, आदिवासी छात्र मोर्चा, आदिवासी अधिवक्ता संघ के प्रतिनिधि शामिल हुए। मौके पर हलधर चंदन पहान, मुन्ना टोप्पो, अरविंद उरांव, उर्मिला उरांव, श्रीकांत बाड़ा, विमल उरांव, आरती मुंडा, राम प्यारी लिंडा, मणि लिंडा, शीतल सुरीन, शांति लकड़ा, बेल्चूस लकड़ा, मन्ना मुंडा, जीतन मुंडा, कुसुम मुंडा, श्याम केरकेट्टा सहित अन्य शामिल थे।