रांची। झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के बारे में कहा जाता है कि यह सोशल मीडिया पर खासी एक्टिव है, और जनता के साथ संवाद के लिए इसका उपयोग करती है। आज फिर एक बार साबित हुआ कि ना सिर्फ यह सरकार सोशल मीडिया के द्वारा शिकायतें सुनती है, बल्कि वहाँ से मिल रहे सुझावों पर भी अमल करने में हिचकिचाती नहीं है।
पूर्वी सिंहभूम और राँची जैसे जिलों में कोरोना वैक्सीन की अत्यधिक खपत, और उस की कमी को लेकर आज सुबह ही आदिवासी डॉट कॉम पर एक विशेष रिपोर्ट छपी थी, जिसमें हम ने इस समस्या के समाधान के लिए सरकार को कुछ सुझाव दिए थे। इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को भी भेजा गया था।
झारखंड सरकार ने ना सिर्फ हमारे सुझावों को सुना, बल्कि आज देर शाम, जिलों को हुए वैक्सीन वितरण में, उसे लागू भी कर दिया। पहले से लागू जिले की आबादी के आधार वाली प्रक्रिया को दरकिनार कर के, आज उन जिलों को सबसे ज्यादा वैक्सीन दी गई है, जिनके पास इसकी खपत सबसे ज्यादा है। नई प्रक्रिया में, हमारे सुझावों के अनुरूप, पिछले 7 दिनों के वैक्सीन की खपत को मापदंड बनाया गया है, और इस आधार पर पूर्वी सिंहभूम और रांची को आज सबसे ज्यादा वैक्सीन मिली है, तो इस से निश्चित तौर पर, वैक्सीनेशन के प्रक्रिया तेज होगी।
एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने वितरण की नई प्रक्रिया पर संतोष जताते हुये, उम्मीद जताई कि अब राज्य में वैक्सीनेशन की रफ्तार पहले से काफी तेज होगी।
हमारे सुझावों को स्वीकार करने के लिए हम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और प्रशासनिक अधिकारियों के शुक्रगुजार हैं, और यह वादा करते हैं कि, आगे भी, हम जन-सरोकार के मुद्दे उठाते रहेंगे।
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