अलीपुरद्वार। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फर्जी आदिवासी प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी नौकरी का लाभ लेने वालों को सख्त संदेश दिया है। राज्य सरकार ने इन सभी फर्जी दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी है कि अगर वे उचित सबूत नहीं दिखा सके तो सभी फर्जी दस्तावेजों को रद्द कर, उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाई की जाएगी।
रविवार को मुख्यमंत्री अलीपुरद्वार में सरकारी परियोजनाओं के लिए सरकारी सेवा प्रदान समारोह में गई थीं। इस दिन ममता बनर्जी बताया ने उन लोगों को कहा कि जिनके पास आदिवासी प्रमाणपत्र नहीं है, वे नया प्रमाणपत्र कैसे बनवा सकते हैं? उन्होंने कहा कि कई आदिवासियों के पास अपने दस्तावेज नहीं हैं। यदि परिवार के एक भी सदस्य के पास अपना प्रमाणपत्र है, तो सरकार परिवार के बाकी सदस्यों के लिए प्रमाणपत्र बना सकती है।
रविवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी योजना के तहत आदिवासी लोग अपना आदिवासी प्रमाणपत्र खुद बनायेंगे। उन्होंने कहा कि अगर परिवार में किसी के पास प्रमाणपत्र है तो उसे दुआरे सरकार शिविर में लेकर आएं। बाकियों का नामांकन करें। उन्हें जनवरी तक प्रमाण पत्र दे दिया जाना चाहिए। इसके बाद ममता बनर्जी ने चेतावनी देते हुए कहा कि आदिवासियों के नाम पर कई फर्जी प्रमाणपत्र जारी किये गये हैं। हम समीक्षा कर रहे हैं। बहुत कुछ रद्द कर दिया गया है।