रांची। केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा शनिवार (7 अक्टूबर) को जमशेदपुर (झारखंड) के गोपाल मैदान में राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव- ‘आदि महोत्सव’ का उद्घाटन करेंगे।
जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 7-16 अक्टूबर तक ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ट्राइफेड) द्वारा विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव में केंद्रीय जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरुता और बिश्वेश्वर टुडू भी शामिल होंगे।
‘आदि महोत्सव’ जनजातीय मामलों के मंत्रालय की एक वार्षिक पहल है जो जनजातीय उद्यमिता, शिल्प, संस्कृति, व्यंजन, वाणिज्य और सदियों पुरानी पारंपरिक कला की भावना का एक उत्सव है। यह देश भर की जनजातियों की समृद्ध और विविध विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। इस बार आयोजन स्थल पर 150 से अधिक स्टालों के साथ, इस कार्यक्रम में आदिवासी कला, हस्तशिल्प, प्राकृतिक उत्पाद और स्वादिष्ट व्यंजन शामिल होंगे।
महोत्सव विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) और वन धन केंद्र लाभार्थियों सहित लगभग 336 आदिवासी कारीगरों और कलाकारों की मेजबानी करेगा। संगीत, कला, चित्रकला और व्यंजनों के अलावा यह महोत्सव कारीगरों से मिलने, उनके जीवन के तरीके के बारे में जानने और आदिवासी संस्कृति और परंपराओं की गहरी समझ हासिल करने का अवसर प्रदान करता है। चूंकि 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ के रूप में नामित किया गया है, इसलिए आदि महोत्सव में देश भर के आदिवासियों द्वारा उगाए गए बाजरा का भी प्रदर्शन किया जाएगा।