रांची। राष्ट्रीय सरना धर्मगुरु, शिक्षाविद व झारखंड आंदोलनकारी डॉ. प्रवीण उरांव को आज हजारों लोगों ने नम आँखों से अंतिम विदाई दी।
रातू थाना क्षेत्र के ललित ग्राम स्थित श्मशान घाट में डॉ. प्रवीण उरांव के पार्थिव शरीर को मिट्टी दी गयी। इससे पहले फूलों से सजे वाहन पर उनकी शवयात्रा निकाली गई थी, जिसमें सैकड़ों बाइक सवार “सरना धर्मावलंबी डॉ. प्रवीण अमर रहें” के नारे लगा रहे थे।
आज सुबह 11 बजे ओटीसी ग्राउंड, हेसल पिस्का मोड़ के पास उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। तत्पश्चात उनके शवयात्रा वाहन को उनके तिलता स्थित आवास में भी कुछ देर के लिए रखा गया था, और अंततः उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव काठीटांड़ ले जाया गया।
डॉ प्रवीण उरांव का निधन मंगलवार को उनके पैतृक आवास ललित ग्राम में हार्ट अटैक से हो गया था। उनके निधन पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आदिवासी कल्याण मंत्री चंपई सोरेन समेत कई लोगों ने शोक व्यक्त किया था।